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श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
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काण्ड 6: युद्ध काण्ड
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सर्ग 79: श्रीरामचन्द्रजी के द्वारा मकराक्ष का वध
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श्लोक 8
श्लोक
6.79.8
विद्रवत्सु तदा तेषु वानरेषु समन्तत:।
रामस्तान् वारयामास शरवर्षेण राक्षसान्॥ ८॥
अनुवाद
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जब वे वानर हर दिशा में भागने लगे, तब श्रीरामचन्द्रजी ने बाणों की वर्षा करके राक्षसों को आगे बढ़ने से रोक दिया।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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