वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
»
काण्ड 6: युद्ध काण्ड
»
सर्ग 79: श्रीरामचन्द्रजी के द्वारा मकराक्ष का वध
»
श्लोक 17
श्लोक
6.79.17
मकराक्षवच: श्रुत्वा रामो दशरथात्मज:।
अब्रवीत् प्रहसन् वाक्यमुत्तरोत्तरवादिनम्॥ १७॥
अनुवाद
play_arrowpause
मकराक्ष के शब्द सुनकर दशरथ के पुत्र भगवान श्रीराम जोर-जोर से हँसने लगे और उत्तरोत्तर बातें बनाने वाले उस राक्षस से बोले-
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.