वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
»
काण्ड 6: युद्ध काण्ड
»
सर्ग 76: अङ्गद के द्वारा कम्पन और प्रजङ्घका द्विविद के द्वारा शोणिताक्षका, मैन्द के द्वारा यूपाक्षका और सुग्रीव के द्वारा कुम्भ का वध
»
श्लोक 8
श्लोक
6.76.8
शोणिताक्षस्तत: क्षिप्रमसिचर्म समाददे।
उत्पपात तदा क्रुद्धो वेगवानविचारयन्॥ ८॥
अनुवाद
play_arrowpause
तदनन्तर रक्तवर्णी आँखों वाला राक्षस क्रोधित होकर तुरंत तलवार और ढाल उठाकर बिना सोचे-समझे रथ से उतर पड़ा।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.