वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
»
काण्ड 6: युद्ध काण्ड
»
सर्ग 76: अङ्गद के द्वारा कम्पन और प्रजङ्घका द्विविद के द्वारा शोणिताक्षका, मैन्द के द्वारा यूपाक्षका और सुग्रीव के द्वारा कुम्भ का वध
»
श्लोक 46
श्लोक
6.76.46
स तु तेन प्रहारेण मैन्दो वानरयूथप:।
मर्मण्यभिहतस्तेन पपात भुवि मूर्च्छित:॥ ४६॥
अनुवाद
play_arrowpause
उस प्रहार से वानरों के सेनापति मैन्द के शरीर के मर्मस्थान पर बहुत अधिक चोट पहुँची और वे बेहोश होकर पृथ्वी पर गिर पड़े।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.