श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 6: युद्ध काण्ड  »  सर्ग 76: अङ्गद के द्वारा कम्पन और प्रजङ्घका द्विविद के द्वारा शोणिताक्षका, मैन्द के द्वारा यूपाक्षका और सुग्रीव के द्वारा कुम्भ का वध  »  श्लोक 12
 
 
श्लोक  6.76.12 
 
 
प्रजङ्घसहितो वीरो यूपाक्षस्तु ततो बली।
रथेनाभिययौ क्रुद्धो वालिपुत्रं महाबलम्॥ १२॥
 
 
अनुवाद
 
  तब प्रजङ्घ नामक धनुष को हाथ में लिए हुए बलशाली वीर यूपाक्ष क्रोधित होकर अपने रथ से महाबली वालि के पुत्र पर आक्रमण करने लगा।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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