लक्ष्मण द्वारा छोड़ा हुआ वह बाण बहुत ही तेज गति से आ रहा था। इसके पंख गरुड़ पक्षी के समान थे और इन पंखों में हीरे जड़े हुए थे, जिसकी वजह से देखने में अद्भुत लग रहा था। युद्धक्षेत्र में अतिकाय ने उस समय देखा कि वायु की भाँति बहुत तेज गति से वह बाण उसकी ओर आ रहा है।