श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 6: युद्ध काण्ड  »  सर्ग 70: हनुमान जी के द्वारा देवान्तक और त्रिशिरा का, नील के द्वारा महोदर का तथा ऋषभ के द्वारा महापार्श्व का वध  »  श्लोक 36
 
 
श्लोक  6.70.36 
 
 
तमापतन्तमाकाशे द्रुमवर्षं प्रतापवान्।
त्रिशिरा निशितैर्बाणैश्चिच्छेद च ननाद च॥ ३६॥
 
 
अनुवाद
 
  किन्तु वीर त्रिशिरा ने आकाश से बरस रहे पेड़ों के वृष्टि को अपने तीखे बाणों से काट दिया और जोर से दहाड़ने लगा।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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