वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
»
काण्ड 6: युद्ध काण्ड
»
सर्ग 69: रावण के पुत्रों और भाइयों का युद्ध के लिये जाना और नरान्तक का अङ्गद के द्वारा वध
»
श्लोक 11
श्लोक
6.69.11
अन्तरिक्षगता: सर्वे सर्वे मायाविशारदा:।
सर्वे त्रिदशदर्पघ्ना: सर्वे समरदुर्मदा:॥ ११॥
अनुवाद
play_arrowpause
वे सभी आकाश में विचरण करने वाले थे, माया में निपुण थे, युद्ध में उन्मत्त थे और देवताओं का घमंड भी चूर-चूर कर देते थे।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.