श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 6: युद्ध काण्ड  »  सर्ग 62: कुम्भकर्ण का रावण के भवन में प्रवेश तथा रावण का राम से भय बताकर उसे शत्रुसेना के विनाश के लिये प्रेरित करना  »  श्लोक 19
 
 
श्लोक  6.62.19 
 
 
सर्वक्षपितकोशं च स त्वमभ्युपपद्य माम्।
त्रायस्वेमां पुरीं लङ्कां बालवृद्धावशेषिताम्॥ १९॥
 
 
अनुवाद
 
  हमारा सम्पूर्ण खजाना लंका पुरी में है; इसलिए हम तुम पर विश्वास करते हुए तुमसे इसका रक्षण करने का अनुरोध करते हैं। अब यहाँ केवल बच्चे और बूढ़े ही बचे हैं।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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