श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 6: युद्ध काण्ड  »  सर्ग 56: हनुमान जी के द्वारा अकम्पन का वध  »  श्लोक 10
 
 
श्लोक  6.56.10 
 
 
व्यवस्थितं हनूमन्तं ते दृष्ट्वा प्लवगर्षभा:।
बभूवुर्बलवन्तो हि बलवन्तमुपाश्रिता:॥ १०॥
 
 
अनुवाद
 
  बलवान् वीर हनुमान जी को युद्ध के लिये डटा हुआ देख वे श्रेष्ठ वानर भी उनके बल से बलवान हो गए।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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