इत्युक्त्वोत्थाय तं क्षिप्रं बाहुभ्यामाक्षिपत् तले।
कन्दुवत् स समुत्थाय बाहुभ्यामाक्षिपद्धरि:॥ १३॥
अनुवाद
रावण ने ऐसा कहकर अपनी दोनों भुजाओं से वानरराज सुग्रीव को तेजी से उठाकर छत के फर्श पर पटक दिया। इसके बाद वानरराज सुग्रीव ने भी गेंद की तरह उछलकर रावण को दोनों भुजाओं से उठाकर उसी फर्श पर जोर से पटक दिया।