वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
»
काण्ड 6: युद्ध काण्ड
»
सर्ग 37: विभीषण का श्रीराम से लङ्का की रक्षा के प्रबन्ध का वर्णन तथा श्रीराम द्वारा लङ्का के विभिन्न द्वारों पर आक्रमण करने के लिये अपने सेनापतियों की नियुक्ति
»
श्लोक 15
श्लोक
6.37.15
एतानेवं विधान् गुल्माँल्लङ्कायां समुदीक्ष्य ते।
मामका मन्त्रिण: सर्वे शीघ्रं पुनरिहागता:॥ १५॥
अनुवाद
play_arrowpause
इस प्रकार मेरे सारे मन्त्री लङ्का में विभिन्न स्थानों पर तैनात सेनाओं का निरीक्षण करके तुरंत यहाँ वापस आ गए हैं।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.