वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
»
काण्ड 6: युद्ध काण्ड
»
सर्ग 34: सीता के अनुरोध से सरमा का उन्हें मन्त्रियों सहित रावण का निश्चित विचार बताना
»
श्लोक 14
श्लोक
6.34.14
एवमुक्त्वा ततो गत्वा समीपं तस्य रक्षस:।
शुश्राव कथितं तस्य रावणस्य समन्त्रिण:॥ १४॥
अनुवाद
play_arrowpause
सरमा ने ऐसा कहकर उस राक्षस के समीप जाकर मंत्रियों सहित रावण द्वारा कही गई सारी बातें सुनीं।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.