श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 6: युद्ध काण्ड  »  सर्ग 30: रावण के भेजे हुए गुप्तचरों एवं शार्दूल का उससे वानर-सेना का समाचार बताना और मुख्य-मुख्य वीरों का परिचय देना  »  श्लोक 26
 
 
श्लोक  6.30.26 
 
 
पुत्रा वैवस्वतस्याथ पञ्च कालान्तकोपमा:।
गजो गवाक्षो गवय: शरभो गन्धमादन:॥ २६॥
 
 
अनुवाद
 
  गज, गवाक्ष, गवय, शरभ और गन्धमादन, ये पाँच वैवस्वत यमराज के पुत्र हैं और काल और अन्तक के समान पराक्रमी हैं।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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