श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 6: युद्ध काण्ड  »  सर्ग 30: रावण के भेजे हुए गुप्तचरों एवं शार्दूल का उससे वानर-सेना का समाचार बताना और मुख्य-मुख्य वीरों का परिचय देना  »  श्लोक 24
 
 
श्लोक  6.30.24 
 
 
पुत्रो हुतवहस्यात्र नील: सेनापति: स्वयम्।
अनिलस्य तु पुत्रोऽत्र हनूमानिति विश्रुत:॥ २४॥
 
 
अनुवाद
 
  पुत्र अग्निदेव के हैं, नील सेनापति हैं। प्रसिद्ध वीर हनुमान् वायुदेव के पुत्र हैं।
 
 
 
  Connect Form
  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
  © copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.