बेटी! तुम्हारे द्वारा किया गया यह अग्निप्रवेशरूप कार्य बहुत ही कठिन है। तुम्हारे इस कार्य से अन्य स्त्रियों का यश ढक जाएगा। तुम्हारा यह चरित्रलक्षण अत्यंत ही दुर्लभ है और यह अन्य महिलाओं के लिए अनुकरणीय है। तुम्हारा यह कर्म अन्य स्त्रियों के यश को भी पीछे छोड़ देगा।