वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
»
काण्ड 6: युद्ध काण्ड
»
सर्ग 114: श्रीराम की आज्ञा से विभीषण का सीता को उनके समीप लाना और सीता का प्रियतम के मुखचन्द्र का दर्शन करना
»
श्लोक 8
श्लोक
6.114.8
एवमुक्तस्तु रामेण त्वरमाणो विभीषण:।
प्रविश्यान्त:पुरं सीतां स्त्रीभि: स्वाभिरचोदयत्॥ ८॥
अनुवाद
play_arrowpause
श्रीराम के ऐसा कहने पर विभीषण बड़ी उतावली से अन्तःपुर में गये और पहले अपनी पत्नियों को भेजकर उन्होंने सीता को बताया कि मैं आ रहा हूँ।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.