श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 6: युद्ध काण्ड  »  सर्ग 109: विभीषण का विलाप और श्रीराम का उन्हें समझाकर रावण के अन्त्येष्टि संस्कार के लिये आदेश देना  »  श्लोक 13
 
 
श्लोक  6.109.13 
 
 
वदन्तं हेतुमद्वाक्यं परिदृष्टार्थनिश्चयम्।
राम: शोकसमाविष्टमित्युवाच विभीषणम्॥ १३॥
 
 
अनुवाद
 
  देखते हुए और अर्थ का निश्चय प्रकट करते हुए हेतुयुक्त वाक्य बोल रहे शोकमग्न विभीषण से उस समय भगवान् श्रीराम ने कहा –
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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