श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 6: युद्ध काण्ड  »  सर्ग 108: श्रीराम के द्वारा रावण का वध  »  श्लोक 19
 
 
श्लोक  6.108.19 
 
 
रुधिराक्त: स वेगेन शरीरान्तकर: शर:।
रावणस्य हरन् प्राणान् विवेश धरणीतलम्॥ १९॥
 
 
अनुवाद
 
  धरती का अंत करने वाले उस बाण ने रावण के प्राणों को हरते हुए शरीर में प्रहार किया। वह बाण रावण के खून से लथपथ हो गया, जिससे उसका रंग लाल हो गया। फिर वह बाण तेजी से जमीन में समा गया।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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