वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
»
काण्ड 6: युद्ध काण्ड
»
सर्ग 102: इन्द्र के भेजे हुए रथ पर बैठकर श्रीराम का रावण के साथ युद्ध करना
»
श्लोक 13
श्लोक
6.102.13
अब्रवीच्च तदा रामं सप्रतोदो रथे स्थित:।
प्राञ्जलिर्मातलिर्वाक्यं सहस्राक्षस्य सारथि:॥ १३॥
अनुवाद
play_arrowpause
मातलि जो हज़ार आँखों वाले इंद्र के सारथी थे, उन्होंने रथ पर बैठकर हाथ जोड़कर श्रीराम जी से बोला—
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.