श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 6: युद्ध काण्ड  »  सर्ग 102: इन्द्र के भेजे हुए रथ पर बैठकर श्रीराम का रावण के साथ युद्ध करना  »  श्लोक 13
 
 
श्लोक  6.102.13 
 
 
अब्रवीच्च तदा रामं सप्रतोदो रथे स्थित:।
प्राञ्जलिर्मातलिर्वाक्यं सहस्राक्षस्य सारथि:॥ १३॥
 
 
अनुवाद
 
  मातलि जो हज़ार आँखों वाले इंद्र के सारथी थे, उन्होंने रथ पर बैठकर हाथ जोड़कर श्रीराम जी से बोला—
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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