तब वीरवर हनुमान ने अपने सामने खड़ी हुई लंका से कहा - "हे क्रूर स्वभाव वाली नारी! तुम मुझसे जो कुछ पूछ रही हो, मैं उसे ठीक से बताऊंगा; परन्तु पहले यह बताओ कि तुम कौन हो? तुम्हारी आँखें बहुत भयानक हैं। तुम इस नगर के द्वार पर खड़ी हो। क्या कारण है कि तुम इस प्रकार क्रोध करके मुझे डाँट रही हो?"