क्रुद्ध ककुत्स्थ वंश के भूषण श्रीराम, लक्ष्मण और सुग्रीव तीनों हम पर क्रोधित होंगे। उस अवस्था में वहाँ लौट जाने के बाद भी हम सबके प्राण नहीं बच सकते हैं।
इत्यार्षे श्रीमद्रामायणे वाल्मीकीये आदिकाव्ये किष्किन्धाकाण्डे सप्तपञ्चाश: सर्ग: ॥ ५ ७॥
इस प्रकार श्रीवाल्मीकिनिर्मित आर्षरामायण आदिकाव्यके किष्किन्धाकाण्डमें सत्तावनवाँ सर्ग पूरा हुआ ॥ ५ ७॥