वायु पुत्र हनुमान अति शक्तिशाली और कुलीन हैं। वे ही मिथिलेश कुमारी का पता लगा सकेंगे। क्योंकि वे उसी दिशा में गए हैं, जिसके वे सीता की निशानियाँ पा सके हैं।
इत्यार्षे श्रीमद्रामायणे वाल्मीकीये आदिकाव्ये किष्किन्धाकाण्डे सप्तचत्वारिंश: सर्ग: ॥ ४ ७॥
इस प्रकार श्रीवाल्मीकिनिर्मित आर्षरामायण आदिकाव्यके किष्किन्धाकाण्डमें सैंतालीसवाँ सर्ग पूरा हुआ ॥ ४ ७॥