पम्पा किनारे पर तुम दोनों भाई बहुतायत में मिलने वाले पक्षियों, वक्रतुंड, रोहू और नल नामक मछलियों को तीर चलाकर मारोगे। ये मछलियाँ तीर के नोक वाले भाग से बनी हुई होती है, जिन्हें घी के लोदे की तरह पकाया जाता है। ये एकदम चिकनी और मुलायम होती है और इनमें एक भी काँटा नहीं होता है। लक्ष्मण तुम्हारे लिए ये सभी व्यंजन भक्तिभाव से तैयार करेंगे। तुम दोनों भाई इन सभी खाद्य पदार्थों के साथ उस सरोवर के मोटे-मोटे और प्रसिद्ध जलचर पक्षियों और श्रेष्ठ रोहू, वक्रतुंड और नलमीन आदि मछलियों को थोड़ा-थोड़ा करके खिलाओगे। इससे तुम्हारा मनोरंजन होगा।