सुरसिंधु सेवक सुभटों के डरावने लक्षणों का वर्णन इस प्रकार किया गया है- बहुत ज़्यादा ख़तरनाक रीछ, शेर, हिंसक जानवर और पक्षी- बस यही उसके खाने-पीने का सामान थे। उसके पास एक-एक योजन लंबी दो ज़्यादा ही डरावनी भुजाएँ थीं। वह अपनी दोनों भुजाओं को दूर-दूर तक फैला देता था और उन दोनों हाथों से अनेक प्रकार के ढेरों भालू, पक्षी, जानवर और हिरणों के झुंड के सरदारों को पकड़कर खींच लेता था। उनमें से जो उसे खाने के लिए अभीष्ट नहीं होते हैं, उन जानवरों को वह उन्हीं हाथों से पीछे धकेल देता।