स तामुपस्थितो राम: क्व सीतेत्येवमब्रवीत्॥ ६॥
भूतानि राक्षसेन्द्रेण वधार्हेण हृतामपि।
न तां शशंसू रामाय तथा गोदावरी नदी॥ ७॥
अनुवाद
श्रीराम सीता की खोज में पहुँच गए और पूछा, "सीता कहाँ है?" परन्तु रावण ने सीता का हरण कर लिया था, इसलिए सभी भूतों में से किसी ने भी श्रीराम को सीता के बारे में कुछ नहीं बताया। गोदावरी नदी ने भी श्रीराम को कोई जवाब नहीं दिया।