स ते जीवितशेषस्य राघवोऽन्तकरो बली।
पशोर्यूपगतस्येव जीवितं तव दुर्लभम्॥ ९॥
अनुवाद
श्रीरघुनाथजी अत्यंत पराक्रमी हैं। वे तेरे शेष बचे जीवन का अंत कर देंगे। जिस प्रकार डोरी से बंधे हुए पशु का जीवन दुर्लभ हो जाता है, उसी प्रकार तेरा जीवन भी दुर्लभ हो जाएगा।