मां प्रधृष्य स ते काल: प्राप्तोऽयं राक्षसाधम।
आत्मनो राक्षसानां च वधायान्त:पुरस्य च॥ १७॥
अनुवाद
‘अधम निशाचर! मेरा अपहरण करनेके कारण तेरे लिये भी वही काल आ पहुँचा है। तेरे अपने लिये, सारे राक्षसोंके लिये तथा इस अन्त:पुरके लिये भी विनाशकी घड़ी निकट आ गयी है॥ १७॥