सीता का मुख आकाश में रावण की गोद में ऐसा जान पड़ता था मानो काले बादलों की परत को चीरता हुआ चन्द्रमा उदय हो रहा हो। उनका ललाट सुंदर था, केश सुंदर थे, चेहरा कमल के गर्भ के समान शोभायमान था, चेचक आदि के दागों से रहित था। उनके दाँत सफेद, निर्मल और चमकीले थे और नेत्र सुंदर थे। उनका मुख आकाश में रावण की गोद में ऐसा लग रहा था मानो नीले मेघों के बीच से चाँद निकल आया हो।