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श्लोक 22
श्लोक
3.4.22
अवटे चापि मां राम निक्षिप्य कुशली व्रज।
रक्षसां गतसत्त्वानामेष धर्म: सनातन:॥ २२॥
अनुवाद
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श्रीराम! आप मेरे शरीर को गड्ढा खोदकर उसमें दफना दें और कुशलपूर्वक चले जाएं। मरे हुए राक्षसों के शरीर को गड्ढे में गाड़ना (कब्र खोदकर उसमें दफना देना) यह उनके लिए सनातन धर्म है।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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