उस समय रावण के लिए सफेद चँवर से हवा की जा रही थी। उसके सिर के ऊपर सफेद छत्र तना हुआ था। उसकी देह का रंग स्निग्ध वैदूर्यमणि के समान नीला या काला था। वह पक्के सोने के आभूषणों से विभूषित था। उसके दस मुख, दस कण्ठ और बीस भुजाएँ थीं। उसके वस्त्र, आभूषण और अन्य उपकरण भी देखने ही योग्य थे। देवताओं का शत्रु और ऋषि-मुनियों का हत्यारा वह राक्षस दस शिखरों वाले पर्वतराज के समान प्रतीत होता था।