कुबेर के छोटे भाई रावण ने आकाश मार्ग से यात्रा करते हुए हर ओर बहुत से सफेद रंग के विमान देखे। वे इच्छानुसार चलनेवाले विशाल विमान उन पुण्यात्मा पुरुषों के थे, जिन्होंने तपस्या से पुण्यलोकों पर विजय पायी थी। उन विमानों को दिव्य पुष्पों से सजाया गया था और उन विमानों के भीतर से गीत-वाद्य की ध्वनि प्रकट हो रही थी।