तप्तकाञ्चनवर्णाभा रक्ततुङ्गनखी शुभा।
सीता नाम वरारोहा वैदेही तनुमध्यमा॥ १७॥
अनुवाद
उसका सुन्दर शरीर चमकीले सोने की तरह चमकता है, उसके नख लंबे और लाल हैं। वह शुभ लक्षणों से सुशोभित है। उसके सभी अंग सुडौल हैं और उसकी कमर पतली और सुंदर है। वह विदेह के राजा जनक की बेटी है और उसका नाम सीता है।