पांसुरूषितसर्वाङ्ग: स्रस्तन्यस्तभुजद्वय:।
स्वप्स्यसे गां समाश्लिष्य दुर्लभां प्रमदामिव॥ ७॥
अनुवाद
तेरे सारे अंग धूल में मिल जाएँगे, तेरी दोनों भुजाएँ शरीर से अलग होकर पृथ्वी पर गिर जाएँगी और उस स्थिति में तू एक दुर्लभ युवती की तरह इस पृथ्वी को गले लगाकर हमेशा के लिए सो जाएगा।