श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 3: अरण्य काण्ड  »  सर्ग 29: श्रीराम का खर को फटकारना तथा खर का भी उन्हें कठोर उत्तर देकर उनके ऊपर गदा का प्रहार करना और श्रीराम द्वारा उस गदा का खण्डन  »  श्लोक 24
 
 
श्लोक  3.29.24 
 
 
चतुर्दश सहस्राणि राक्षसानां हतानि ते।
त्वद्विनाशात् करोम्यद्य तेषामश्रुप्रमार्जनम्॥ २४॥
 
 
अनुवाद
 
  "तूने ने चौदह हजार राक्षसों का संहार किया है, अतः आज मैं तुम्हें मारकर उन राक्षसों के परिवारों के आंसु पोंछूंगा और उनकी मृत्यु का प्रतिशोध लूंगा।"
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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