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श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
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काण्ड 3: अरण्य काण्ड
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सर्ग 26: श्रीराम के द्वारा दूषण सहित चौदह सहस्र राक्षसों का वध
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श्लोक 31
श्लोक
3.26.31
रक्षसां तु शतं राम: शतेनैकेन किर्णना।
सहस्रं तु सहस्रेण जघान रणमूर्धनि॥ ३१॥
अनुवाद
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रणभूमि में श्रीराम ने एक साथ ही एक सौ बाणों से सौ राक्षसों और एक हजार बाणों से एक हजार निशाचरों का संहार कर डाला।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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