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श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
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सर्ग 26: श्रीराम के द्वारा दूषण सहित चौदह सहस्र राक्षसों का वध
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श्लोक 29
श्लोक
3.26.29
तत: पावकसंकाशैर्हेमवज्रविभूषितै:।
जघान शेषं तेजस्वी तस्य सैन्यस्य सायकै:॥ २९॥
अनुवाद
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तब अग्नि के समान तेजस्वी श्री रामचन्द्रजी ने सोने और हीरे से सुसज्जित बाणों से शत्रु सेना के बचे हुए सैनिकों का भी संहार कर दिया।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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