श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 3: अरण्य काण्ड  »  सर्ग 26: श्रीराम के द्वारा दूषण सहित चौदह सहस्र राक्षसों का वध  »  श्लोक 16
 
 
श्लोक  3.26.16 
 
 
दृष्ट्वा तं पतितं भूमौ दूषणं निहतं रणे।
साधु साध्विति काकुत्स्थं सर्वभूतान्यपूजयन्॥ १६॥
 
 
अनुवाद
 
  युद्ध के मैदान में मारे गये दूषण को धराशायी होते हुए देखकर समस्त प्राणियों ने भगवान श्री राम की स्तुति की और "साधु-साधु" कहकर उनकी जय-जयकार की।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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