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श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
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काण्ड 3: अरण्य काण्ड
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सर्ग 26: श्रीराम के द्वारा दूषण सहित चौदह सहस्र राक्षसों का वध
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श्लोक 12
श्लोक
3.26.12
तं महोरगसंकाशं प्रगृह्य परिघं रणे।
दूषणोऽभ्यपतद् रामं क्रूरकर्मा निशाचर:॥ १२॥
अनुवाद
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रणभूमि में साँप के समान विशाल और भयानक उस गदा को हाथ में लेकर वह क्रूरकर्मा राक्षस दूषण श्री राम पर टूट पड़ा।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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