प्रत्यञ्चा से छूटे हुए श्रीराम के बाणों ने उस समय सोने के साज-बाज और कवच से सजे हुए घोड़ों, सारथियों, हाथियों, हाथी सवारों, घोड़ों और घुड़सवारों को भी छिन्न-भिन्न कर डाला। इसी प्रकार श्रीराम ने समरभूमि में पैदल सैनिकों को भी मारकर यमलोक पहुँचा दिया। श्रीराम के बाणों ने युद्ध के मैदान में कहर ढा दिया। सोने के सामानों से सजे हुए घोड़ों वाले रथ, सारथी, हाथी, हाथी सवार, घोड़े और घुड़सवार सभी श्रीराम के बाणों का शिकार बन गए। यही नहीं, श्रीराम ने पैदल सैनिकों को भी नहीं छोड़ा और उन्हें भी यमलोक पहुँचा दिया।