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श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
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काण्ड 3: अरण्य काण्ड
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सर्ग 21: शूर्पणखा का खर के पास आकर उन राक्षसों के वध का समाचार बताना और राम का भय दिखाकर उसे युद्ध के लिये उत्तेजित करना
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श्लोक 13
श्लोक
3.21.13
एते च निहता भूमौ रामेण निशितै: शरै:।
ये च मे पदवीं प्राप्ता राक्षसा: पिशिताशना:॥ १३॥
अनुवाद
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मेरे साथ आये हुए मांस खाने वाले राक्षस सभी मृत्यु को प्राप्त हो गए हैं और धरती पर गिरकर मर गये हैं। वे राक्षस राम के नुकीले बाणों से मारे गये हैं।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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