लक्ष्मण! हमें ऐसा स्थान खोजना चाहिए जहाँ पर पानी का स्रोत पास हो, जहाँ पर विदेह-नंदिनी सीता रानी को अच्छा लगे और जहाँ हम सब सुख से रह सकें। वो जगह जहाँ वन और जल का रमणीय दृश्य हो, और उसके पास ही यज्ञ की समिधा, सुंदर फूल, कुश और पानी सब आसानी से मिल जाएँ।