श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 3: अरण्य काण्ड  »  सर्ग 15: पञ्चवटी के रमणीय प्रदेश में श्रीराम की आज्ञा से लक्ष्मण द्वारा सुन्दर पर्णशाला का निर्माण तथा उसमें सीता और लक्ष्मण सहित श्रीराम का निवास  »  श्लोक 24
 
 
श्लोक  3.15.24 
 
 
स गत्वा लक्ष्मण: श्रीमान् नदीं गोदावरीं तदा।
स्नात्वा पद्मानि चादाय सफल: पुनरागत:॥ २४॥
 
 
अनुवाद
 
  श्रीमान लक्ष्मण ने उस योजना को तैयार करके गोदावरी नदी के तट पर जाकर स्नान किया और कमल के फूल और फल लेकर वे फिर वहीं लौट आये।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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