ये पर्वत साल, ताल, तमाल, खजूर, कटहल, जलकदम्ब, तिनिश, पुनाग, आम, अशोक, तिलक, केवड़ा, चम्पा, स्यन्दन, चन्दन, कदम्ब, पर्णास, लकुच, धव, अश्वकर्ण, खैर, शमी, पलाश और पाटल (पाडर) वृक्षों से घिरे हुए हैं और इन पर फूल, झाड़ियाँ और लताएँ उगी हुई हैं। इन पेड़ों की शाखाओं पर फूल खिले हुए हैं और लताएँ लिपटी हुई हैं। पर्वत पर उगने वाले ये वृक्ष रंग-बिरंगे हैं और इन पर तरह-तरह के फूल खिले हुए हैं। इन पेड़ों की खुशबू हवा में फैली हुई है और चारों ओर एक मनमोहक वातावरण बना हुआ है।