सर्वान् पुण्यफलान् वृक्षाननलापि व्यजायत।
विनता च शुकीपौत्री कद्रूश्च सुरसास्वसा॥ ३१॥
अनुवाद
कश्यप की पत्नी अनला ने उन सभी वृक्षों को जन्म दिया जिनके फल शुभदायक होते हैं। कश्यप की पत्नी ताम्रा की पुत्री शुकी थी और शुकी की पुत्री विनता थी। कद्रू, सुरसा की बहन (और क्रोधवशा की पुत्री) मानी जाती हैं।