श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 3: अरण्य काण्ड  »  सर्ग 14: पञ्चवटी के मार्ग में जटायु का मिलना और श्रीराम को अपना विस्तृत परिचय देना  »  श्लोक 24
 
 
श्लोक  3.14.24 
 
 
ततस्त्विरावतीं नाम जज्ञे भद्रमदा सुताम्।
तस्यास्त्वैरावत: पुत्रो लोकनाथो महागज:॥ २४॥
 
 
अनुवाद
 
  तदनंतर भद्रमदा ने इरावती नामक एक कन्या को जन्म दिया, जिसका पुत्र ऐरावत नामक महान गजराज है, जो सभी लोकों का स्वामी है।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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