श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 3: अरण्य काण्ड  »  सर्ग 12: श्रीराम आदि का अगस्त्य के आश्रम में प्रवेश, अतिथि-सत्कार तथा मुनि की ओर से उन्हें दिव्य अस्त्र-शस्त्रों की प्राप्ति  »  श्लोक 9-10h
 
 
श्लोक  3.12.9-10h 
 
 
तत: शिष्यादुपश्रुत्य प्राप्तं रामं सलक्ष्मणम्॥ ९॥
वैदेहीं च महाभागामिदं वचनमब्रवीत्।
 
 
अनुवाद
 
  शिष्य ने लक्ष्मण के साथ भगवान राम और महाभागा विदेह नन्दिनी सीता के आगमन का समाचार सुना तो महर्षि ने यह वचन कहे।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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