उस स्थल में प्राय: वन है तथा पिप्पलीवन उसकी शोभा बढ़ाता है। वहाँ बहुत सारे फूल और फल हैं। नाना प्रकार के पक्षियों के कलरव से गूँजते हुए उस रमणीय आश्रम के पास भाँति-भाँतिके कमलमण्डित सरोवर हैं, जो स्वच्छ जल से भरे हुए हैं। हंस और कारण्डव आदि पक्षी उनमें सब ओर फैले हुए हैं तथा चक्रवाक उनकी शोभा बढ़ाते हैं।