श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 3: अरण्य काण्ड  »  सर्ग 1: श्रीराम, लक्ष्मण और सीता का तापसों के आश्रम मण्डल में सत्कार  »  श्लोक 16
 
 
श्लोक  3.1.16 
 
 
ततो रामस्य सत्कृत्य विधिना पावकोपमा:।
आजह्रुस्ते महाभागा: सलिलं धर्मचारिण:॥ १६॥
 
 
अनुवाद
 
  तदुपरांत उन धर्माचरण करने वाले महाभाग मुनियों ने, जो अग्नि के समान तेजस्वी और सत्कार के योग्य थे, श्रीराम को विधि-विधानपूर्वक जल समर्पित किया।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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