वृष्टि और तेज हवा चलने से पक्षियों के पंख भीग गए थे और वे भीगने से बोझिल हो गए थे। इसलिए वे पेड़ों की डालियों तक पहुँचने के लिए बहुत मुश्किल से उड़ पा रहे थे। पेड़ों की डालियाँ भी वर्षा और हवा के झोंकों से झूल रही थीं, जिससे पक्षियों के लिए उन पर बैठना और भी मुश्किल हो गया था।